AIDS Full Form in Hindi | AIDS से बचाव कैसे कर सकते है

AIDS Full Form in Hindi, AIDS क्या है, AIDS के नुकसान, एड्स के लक्षण, एड्स के बचाव, एड्स का उपचार, इस प्रकार के सभी प्रश्नो के उत्तर हमने इस आर्टिकल में दिया है.

आप इस आर्टिकल को शुरू से अंत तक पढ़कर एड्स फुल फॉर्म के आलावा भी बहुत सी जानकारियों के बारे में जान पाएंगे.

अगर आप एड्स से जानकारी के लिए हमारे ब्लॉग पर आये है तो आप एकदम सही जगह आये है क्योंकि आपको यहां से जानकारी प्राप्त करने के बाद एड्स फुल फॉर्म के बारे में कोई प्रश्न नहीं बचेगा।

AIDS Full Form in Hindi

AIDS Full Form “Acquired Immune Deficiency syndrome” होता है. एड्स का फुल फॉर्म हिंदी में. “एक्वायर्ड इम्यून डेफिसिएंसी सिंड्रोम” होता है जिसका अर्थ एक ही निकलता है.

एड्स की फुल फॉर्म फॉर्म में इस्तेमाल शब्दों का अर्थ हर एक शब्द का अलग अलग निकलता है. acquired का मतलब सक्रमण होना और Immune Deficiency का मतलब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करना इसका मुख्य कारण है. syndrome का एक समूह के लक्षण से है.

AAcquired
IImmune
DDeficiency
SSyndrome

एड्स एक वायरस के माध्यम से उत्पन होता है जिसका नाम HIV है. एड्स बीमारी का मुख्य कार्य प्रतिरक्षा प्रणाली को निष्क्रिय करने का है. प्रतिरक्षा प्रणाली निष्क्रिय होने पर पीड़ित व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है.

एड्स एक ऐसी बीमारी है जो असुरक्षित संभोग के कारण होती है बिना संभोग के ये बीमारी सक्रमण नहीं होती। लेकिन अगर जिसे एड्स है आप उसके साथ संभोग करते है तो ये बीमारी का आपको होना भी संभव है.BIS Full Form in Hindi

एड्स किस तरह से फैलता है? (AIDS का अर्थ)

यदि कोई व्यक्ति एड्स की बीमारी से सक्रमित है और आप उसके साथ संभोग जैसी कोई गतिविधि करते है तो उसके वायरस का सक्रमण आपके अंदर भी आ जायेगा और आप भी एड्स से पीड़ित हो जायेंगे। एड्स शरीर में प्रतिरक्षा प्रणाली को निष्क्रिय कर देगा जिससे आपकी मृत्यु हो जाएगी।

ये मुख्य रूप से जब योनि स्राव तथा उसके वीर्य के संपर्क में पीड़ित आता है उससे इस प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ सकता हैं

HIV संक्रमण के कारण

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एड्स के लक्षण (symptoms of AIDS)

एड्स के लक्षण बहुत से होते है जिनसे हम एड्स के पीड़ित की पहचान कर सकते है कुछ निम्न प्रकार से है.

यदि कोई व्यक्ति एड्स वायरस से सक्रमित है. उसका सीधा तो पता नहीं चलता जब कुछ समय हो जाता है. तब धीरे धीरे वो बिमारियों से घिरने लगता है. जैसे : सर्दी, जुकाम, बुखार, इस प्रकार की समस्याएं होने लगती है. कभी कभी इसके लक्षण देखने में दस साल का समय भी लग जाता है क्योंकि पुरे शरीर में सक्रमण होने में थोड़ा वक्त लगता है और उसके बाद शरीर में समस्याए बढ़ने लगती है और अंत समय में व्यक्ति की मृत्यु भी हो जाती है.ATM Full Form in Hindi

एड्स सक्रमित के कुछ लक्षण इस प्रकार से है.

  • इससे सक्रमित व्यक्ति को जुखाम बुखार जैसी बीमारिया रहने लगती है
  • हर वक्त सर में दर्द
  • शरीर थका हुआ महसूस करता रहता है.
  • शरीर के वजन में भरी गिरावट आने लगती है. और धीरे धीरे शरीर गिरता रहता है.
  • भूख लगने पर भी खाना खाने का मन न करना
  • शरीर पर हाथ लगाने से निशान का पड़ना भी बीमारी का मुख्य कारण होता है.

एड्स का उपचार? (Treatment of AIDS)

एंटी रेट्रोवाईरल थेरेपी दवाईयों के माध्यम से एड्स का उपचार किया जाता है. दवाइयां शरीर में प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के कार्य करता है. क्षमता को बढाकर शरीर को मजबूत बनाकर ठीक किया जाता है.

सबसे बड़ा बचाव सुरक्षित संभोग ही है. संभोग को सुरक्षित तरीके से करने पर कभी एड्स का सक्रमण नहीं होगा।

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एड्स से बचाव कैसे करें?

एड्स के बचाव के लिए निम्न प्रकार की सावधानियां बरतनी चाहिए जो इस प्रकार है.

  • कभी भी एड्स सक्रमित व्यक्ति से सेक्स नहीं करना चाहिए 
  • कभी भी एड्स सक्रमित व्यक्ति का खून अपने खून के टच में नहीं आने देना चाहिए
  • व्यक्ति के वीर्य, योनि स्राव तथा रक्त संबंध में आने से बचना चाहिए।
  • जब आप खून चढ़वाए तो आप खून को पहले जाँच कराये क्योंकि खून देने वाला एड्स सक्रमित को सकता है.
  • जब भी इंजेक्शन लगवाए तब इंजेक्शन नया इस्तेमाल करे.

एड्स का इतना बड़े सत्तर पर फैलना अशिक्षित लोगो के कारण होता है क्योंकि लोग अशिक्षित होने के कारण इंजेक्शन लगवाते वक्त थोड़े कम पैसे के लिए पुराने इंजेक्शन का इस्तेमाल करने लगते है जिससे पहले इस्तेमाल किये हुए इंजेक्शन में एड्स पीड़ित भी हो सकता है और उससे सक्रमण आगे फेल जाता है.

दूसरा कारण असुरक्षित संभोग है आज लोग असुरक्षित तरीके से सेक्स करने लगते है और उससे लोग एड्स सक्रमित व्यक्ति से सेक्स कर बैठते है और उनसे वायरस का सक्रमण हो जाता है और उससे उन्हें भी बीमारी लग जाती है.

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FAQ

AIDS Full Form in Hindi?

Aids Full Form “Acquired Immune Deficiency syndrome” होता है.

AIDS से बचाव कैसे करें?

व्यक्ति के वीर्य, योनि स्राव तथा रक्त संबंध में आने से बचना चाहिए, जब भी इंजेक्शन लगवाए तब इंजेक्शन नया इस्तेमाल करे

एड्स कितने दिन में होता है?

इसके लक्षण देखने में दस साल का समय भी लग जाता है क्योंकि पुरे शरीर में सक्रमण होने में थोड़ा वक्त लगता है.

आज आपने क्या सीखा

आज हम AIDS Full Form in Hindi, एड्स का अर्थ, एड्स कैसे होता है. एड्स का उपचार इस प्रकार के और भी बहुत से प्रश्नो के उत्तर हम विस्तार रूप में जानेंगे की किस प्रकार एड्स एक व्यक्ति को मोत की नींद सुलाता है.

अगर आपने एड्स फुल फॉर्म आर्टिकल को शुरू से अंत तक पढ़ा होगा तो आपको अब तक एड्स फुल फॉर्म हिंदी में समझ आ गया होगा और हमने यहां इसके उपचार का भी बताया है. अभी भी अगर आपके पास कोई प्रश्न है तो आप हमसे कमेंट के माध्यम से पूछ सकते है.

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